MOTILAL BANARSIDASS PUBLISHING HOUSE (MLBD) SINCE 1903

SKU: 9789359660059 (ISBN-13)  |  Barcode: 9359660051 (ISBN-10)

जय हनुमान: एक खोज (जीवन की समस्याएँ और समाधान) Jai Hanuman: Ek Khoj (Jeevan Ki Samasyaayein aur Samadhan)

Binding
₹ 175.00

Pages : 110

Edition : 1st

Size : 5.5" x 8.5"

Condition : New

Language : Hindi

Weight : 0.0-0.5 kg

Publication Year: 2025

Country of Origin : India

Territorial Rights : Worldwide

Reading Age : 13 years and up

HSN Code : 49011010 (Printed Books)

Publisher : Motilal Banarsidass Publishing House


श्री हनुमान जी कलयुग के प्रत्यक्ष देवता हैं। उनकी शान्त, प्रसन्न एवं शक्तिशाली मूर्ति के प्रतिदिन स्थिर मन से दर्शन मात्र से मन प्रसन्न एवं सकारात्मक ऊर्जा का जीवन में प्रवाह होने लगता है। जिससे गृहों की समस्याओं का समाधान होने लगता है तथा जीवन में वाणी निग्रह, उचित संवाद, एकाग्रता स्वतः ही आने लगती है तथा जीवन में स्वतः ही उचित समय पर उचित निर्णय लेने की प्रक्रिया होने लगती है। इस पुस्तक में श्री हनुमान जी के जीवन के गूढ़ रहस्य, मंत्र एवं उनके व्यक्तित्व की विलक्षण प्रतिभाओं को परिभाषित किया गया है। मेरे जीवन का विश्वास है कि श्री हनुमान जी की श्रद्धा, विश्वास, निर्मलता एवं समपूर्ण मनोयोग से की गई प्रार्थना कभी निष्फल नहीं होती। कर्म की निर्मलता एवं पवित्रता का श्री हनुमान जी की पूजा उपासना में अत्याधिक योग दान है। यह कृति निश्चित रुप से समाज में हनुमान जी एवं धर्म धारण में दृढ़ता प्रदान करेगी।

लेखक के बारे में:

पवन पाठक, बी०एच०ई०एल० झाँसी से वरिष्ठ प्रबन्धक के पद से सेवा निवृत्त होने के पश्चात् मेरी पुस्तके कर्म-विज्ञान एवं जीवन के निर्णय ध्यान से प्रकाशित हो चुकी है।

संसारिक, एवं पारिवारिक जीवन बड़ा आनन्ददायी एवं कठिन है। जीवन में कब, क्या और कहाँ समस्याएँ एवं व्यवधान आ जाएँ पता नहीं कारण गलत निर्णय, गृहों की चाल, प्रत्यक्ष कर्म एवं संसार से अत्यधिक प्राप्त करने एवं भोगने की लालसा।


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