
About the Book:
अँगरेजी की नवीनतम उच्च स्तरीय पुस्तकों को आधार मानकर विभिन्न प्रकार के समाजशास्त्रीय विचारों को एकत्रित कर पाश्चात्य सामाजिक चिन्तकों के विचारों को सरलतम ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। समाजविज्ञान की अवधारणाओं का प्रामाणिक अनुवाद और उनके विश्लेषण के साथ-साथ पाश्चात्य विद्वानों के नामों का सही उच्चारण इस पुस्तक की विशेषता है। प्रस्तुत पुस्तक में इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है कि कठिन से कठिन समाजवैज्ञानिक तथ्यों एवं सिद्वान्तों को सहज एवं सरल ढंग से रखा जाए ताकि सभी स्तर के पाठक इसे अच्छी तरह समझ सकें। अँगरेजी माध्यम से अध्ययन करनेवाले पाठकों की तुलना में हिन्दी माध्यम से पठन पाठन करनेवाले पाठक ज्ञान की दृष्टि से पीछे न रहेंA इस बात का ध्यान इस पुस्तक में रखा गया है।
प्रमुख विषय-वस्तु इस प्रकार हैं ऑगस्त कौंत; कार्ल एच0 मार्क्स; लुविस हेनरी मॉर्गन; हर्बर्ट स्पेनसर; विल्फ्रेडो पारेटो; एमिल डर्कहाइम; मैक्स वेबर; टलकॉट पारसन्स एवं रॉबर्ट के0 मर्टन।
About the Author:
डॉ. जे. पी. सिंह, एम. ए. (पटना वि.)_ एम. फिल. (जे.एन.यू.)_ पी-एच.डी. (जनसंख्याशास्त्र), (ऑस्ट्रेलियन नेशनल युनिवर्सिटी, कैनबेरा), पूर्व प्रोफेसर, स्नातकोत्तर सामाजशास्त्र विभाग एवं अतिरिक्त निदेशक, जनसंख्या शोध संस्थान, पटना विश्वविद्यालय, पटना। निदेशक (उच्च शिक्षा), बिहार सरकार तथा प्रोवाइसचांसलर, पटना विश्वविद्यालय के रूप में योगदान का अनुभव। लेखक को लगभग 100 अनुसन्धान पत्र तथा 35 पुस्तकों की रचना का एक नया कीर्तिमान प्राप्त है। मानवशास्त्र "शब्दकोश, आधुनिक भारत का समाज, समाजशास्त्र: एक परिचय, सामाजिक अनुसन्धान की विधियाँ, A Comprehensive Dictionary of Sociology, Western Social Thought: The Early Master एवं Western Social Thought: The Contemporary Masters इनकी प्रमुख कृतियों में से हैं।