MOTILAL BANARSIDASS PUBLISHING HOUSE (MLBD) SINCE 1903

SKU: 9789359663227 (ISBN-13)  |  Barcode: 9359663220 (ISBN-10)

सैन्य योग: फिटनेस से दो कदम आगे (Sainya Yog: Fitness Se Do Kadam Aage)

Binding
₹ 295.00

Binding : Paperback

Pages : 308

Edition : 1st

Size : 5.5" x 8.5"

Condition : New

Language : Hindi

Weight : 0.0-0.5 kg

Publication Year: 2024

Country of Origin : India

Territorial Rights : Worldwide

Book Categories : Alternative Health - Yoga

Reading Age : 13 years and up

HSN Code : 49011010 (Printed Books)

Publisher : Motilal Banarsidass Publishing House


"सैन्य योग" एक अत्यन्त ही विशिष्ट और अति महत्वपूर्ण विषय है, जो कि शारीरिक शक्ति, मानसिक अनुशासन, और युद्ध कौशल में संतुलन, निपुणता और कुशलता का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक का उद्देश्य सैनिकों एवं पाठकों को प्राचीन भारतीय योग परम्परा के सैन्य उपयोग से अवगत कराना है। यह केवल शारीरिक व्यायाम या ध्यान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें मानसिक दृढ़ता, स्थिरता, अनुशासन, रणनीतिक सोच, और शारीरिक सहनशक्ति को भी महत्व दिया गया है।

भारतीय ज्ञान परम्परा एवं संस्कृति में योग का स्थान अत्यन्त समृद्ध और प्राचीन है। महाभारत, रामायण, चाणक्य नीति, मनुस्मृति आदि अन्य प्राचीन ग्रन्थों में युद्ध और योग के बीच के अंतर्सम्बन्धों का उल्लेख प्रचुर मात्रा में प्राप्त होता है, जहाँ योद्धाओं ने न केवल शारीरिक बल का, बल्कि मानसिक शांति, स्थिरता, दृढ़ता, आत्मबल और आत्म-नियंत्रण का भी विकास किया। इसी दृष्टिकोण से, यह पुस्तक "सैन्य योग" को एक व्यापक दृष्टि से प्रस्तुत करती है, ताकि सैन्य प्रशिक्षण और व्यक्तिगत विकास में योग का प्रभावी उपयोग किया जा सके।

इस पुस्तक की मुख्य विशेषताएँ:

1. योग एवं युद्ध कौशल का संगम ।

2. मानसिक शक्ति का विकास ।

3. आधुनिक सैन्य जीवन में योग की उपयोगिता।

4. प्रशिक्षण के लिए प्रयोग एवं व्यवहारिक मार्गदर्शन ।

वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इस पुस्तक की आवश्यकता इसलिए हुई क्यों की वर्तमान समय में, सैन्य जीवन में शारीरिक शक्ति के साथ-साथ मानसिक संतुलन की भी अत्यधिक आवश्यकता होती है। योग न केवल सैनिकों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायक है, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता और आत्म-नियंत्रण को भी बढ़ाता है।

"सैन्य योग" पुस्तक का उद्देश्य इस प्राचीन कला को आधुनिक समय के सैन्य जीवन और उसके अनुशासन के अनुरूप ढालना है, ताकि सैनिकों और सामान्य व्यक्तियों दोनों को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के लिए है, जो युद्धकला, अनुशासन, और आत्म-नियंत्रण के माध्यम से स्वयं को विकसित करना चाहता है।

लेखक के बारे में:

जन्मस्थान: कानपुर, उत्तर प्रदेश

जन्मतिथि: 20 अगस्त 1990

पिता का नाम श्री सूर्यपाल सिंह

माता का नाम: स्वर्गीय ऊषा चौहान

शिक्षा: पी.एच.डी.

सेवा: भारतीय वायुसेना (रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार)

सम्मान: वैश्विक मानवीय पुरस्कार, प्रशंसा प्रशस्ति-एयर आफिसर कमांडिंग इन चीफ, प्रशंसा पत्र-मुख्य वायु कमान अधिकारी, वायु सेना

पता: इंजी. डी के सिंह (एम इ एस), प्लॉट न. 95. संघर्ष नगर, कर्रही बर्रा, कानपुर (उत्तर प्रदेश)-208027

मोबाइल नं.: 9599614830

ई-मेल: subodhnasdaq@gmail.com

आगामी कृतियाँ: मेडिटेशन ब्रेक, मिलिट्री मेडिटेशन, ह्यूमन कांसयिसनेस

शोध पत्र: 6 शोध पत्र प्रकाशित

सेमिनार / संगोष्ठी: 13 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार शोध पत्र वाचन


Customer Reviews

Be the first to write a review
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)
0%
(0)